Article by Nisha Rai.
डियर दीपिका,
साल 2007... बॉलीवुड के किंग ऑफ रोमांस शाहरुख खान और साथ में तुम... ड्रीमी गर्ल... यानि दीपिका पादुकोण... सच में किसी ड्रीम गर्ल से कम नहीं थी तुम... जितना खूबसूरत चेहरा... उतनी प्यारी स्माइल... पहली नजर में ही बेहद खूबसूरत लगी थी तुम... लेकिन तब ये नहीं सोचा था कि एक फिल्म हीरोइन, जिंदगी का इतना बड़ा हिस्सा बन जाएगी।
पिछले 11 सालों से तुम मेरी फेवरेट हिरोइन हो... लेकिन इसके लिए सिर्फ तुम्हारी फिल्में जिम्मेदार नहीं है... मैं तुम्हें पसंद करती हूं क्योंकि तुम एक अच्छी इंसान हो... जिस तरह तुम अपनी जिंदगी में आगे बढ़ी हो वैसे ही मैंने भी अपनी जिंदगी का अब तक का सफर तय किया है। फर्क सिर्फ ये है कि तुम एक सुपरस्टार हो और मैं एक आम लड़की।
साल 2009... तुम्हारी फिल्म लव आजकल रिलीज हुई थी...मैं कॉलेज में थी... तुम्हें परदे परदे पर देखा... बिल्कुल अपनी सी लगी 'मीरा'... एक मजबूत लड़की, जिसे कोई ब्रेकअप नहीं तोड़ सकता... वो अपने एक्स ब्वॉयफ्रेंड की भी दोस्त बन सकती है... और बिना कुछ कहे अकेले अपना प्यार निभा भी सकती है... उसी वक्त ठाना था कि मीरा की तरह बनना है... मजबूत... जब रणबीर से तुम्हारा ब्रेकअप तुम टूट गई... लेकिन तुमने हिम्मत नहीं हारी... और लगातार आगे बढ़ती रही...साल 2012... तुम 'कॉकटेल' में हिरोइन नहीं थी... लेकिन 'वेरोनिका' को देखकर लगा कि लाइफ तो इसकी तरह ही जीनी बिल्कुल बिंदास होकर... एकदम मस्त... अपनी जिंदगी के फैसले खुद लेने हैं.. चाहे जो हो जाए...
साल 2013... तुम्हारे करियर और मेरी जिंदगी का सबसे अहम साल... जहां तुम 4 सुपरहिट फिल्में देकर सुपरस्टार बन गई... वहीं मुझे भी मेरी पहली जॉब मिली... पहली बार फील हुआ कुछ तो कनेक्शन जरूर है...
तुम एक बार फिर रणबीर के साथ दिखी और उन सभी बातों को झुठला दिया कि एक्स कभी दोस्त नहीं होते... तुम्हें देखकर न जाने कितनी लड़कियों की सोच बदल गई...
और फिर वो दौर भी आया जब तुमने अपने डिप्रेशन की बात कबूली... पहली बार ये एहसास हुआ कि तुम भी हमारी तरह एक आम लड़की हो... जिसे हर छोटी बात से फर्क पड़ता है...
लेकिन तुम्हारा सबसे अलग रूप देखा तुम्हारे पैरेंट्स के साथ... तुम भी हमारी तरह अपने पैरेंट्स के लिए सिर्फ उनकी बेटी हो... जिसे घर जाने पर जल्दी उठना पड़ता है और मां का हाथ बंटाना होता है...
दीपिका मैं तुम्हें इसलिए पसंद नहीं करती... क्योंकि तुम एक सुपरस्टार हो। तुम एक सुपरस्टार होते भी एक आम लड़की हो... जिसकी जिंदगी में हमारी तरह ही खुशी और गम है। लेकिन हर मुश्किल को पीछे
छोड़ तुम्हें आगे बढ़ती हो हमेशा... इसलिए तुम मेरी फेवरेट हो...
(थैंक्यू सो मच हमेशा मेरे साथ रहने के लिए)
लव यू ढेर सारा...हमेशा ऐसी ही रहना...
तुम्हारी फैन... "एक आम लड़की, जिसकी जिंदगी को तुमने खास बनाया।
डियर दीपिका,
साल 2007... बॉलीवुड के किंग ऑफ रोमांस शाहरुख खान और साथ में तुम... ड्रीमी गर्ल... यानि दीपिका पादुकोण... सच में किसी ड्रीम गर्ल से कम नहीं थी तुम... जितना खूबसूरत चेहरा... उतनी प्यारी स्माइल... पहली नजर में ही बेहद खूबसूरत लगी थी तुम... लेकिन तब ये नहीं सोचा था कि एक फिल्म हीरोइन, जिंदगी का इतना बड़ा हिस्सा बन जाएगी।
पिछले 11 सालों से तुम मेरी फेवरेट हिरोइन हो... लेकिन इसके लिए सिर्फ तुम्हारी फिल्में जिम्मेदार नहीं है... मैं तुम्हें पसंद करती हूं क्योंकि तुम एक अच्छी इंसान हो... जिस तरह तुम अपनी जिंदगी में आगे बढ़ी हो वैसे ही मैंने भी अपनी जिंदगी का अब तक का सफर तय किया है। फर्क सिर्फ ये है कि तुम एक सुपरस्टार हो और मैं एक आम लड़की।
साल 2009... तुम्हारी फिल्म लव आजकल रिलीज हुई थी...मैं कॉलेज में थी... तुम्हें परदे परदे पर देखा... बिल्कुल अपनी सी लगी 'मीरा'... एक मजबूत लड़की, जिसे कोई ब्रेकअप नहीं तोड़ सकता... वो अपने एक्स ब्वॉयफ्रेंड की भी दोस्त बन सकती है... और बिना कुछ कहे अकेले अपना प्यार निभा भी सकती है... उसी वक्त ठाना था कि मीरा की तरह बनना है... मजबूत... जब रणबीर से तुम्हारा ब्रेकअप तुम टूट गई... लेकिन तुमने हिम्मत नहीं हारी... और लगातार आगे बढ़ती रही...साल 2012... तुम 'कॉकटेल' में हिरोइन नहीं थी... लेकिन 'वेरोनिका' को देखकर लगा कि लाइफ तो इसकी तरह ही जीनी बिल्कुल बिंदास होकर... एकदम मस्त... अपनी जिंदगी के फैसले खुद लेने हैं.. चाहे जो हो जाए...
साल 2013... तुम्हारे करियर और मेरी जिंदगी का सबसे अहम साल... जहां तुम 4 सुपरहिट फिल्में देकर सुपरस्टार बन गई... वहीं मुझे भी मेरी पहली जॉब मिली... पहली बार फील हुआ कुछ तो कनेक्शन जरूर है...
तुम एक बार फिर रणबीर के साथ दिखी और उन सभी बातों को झुठला दिया कि एक्स कभी दोस्त नहीं होते... तुम्हें देखकर न जाने कितनी लड़कियों की सोच बदल गई...
और फिर वो दौर भी आया जब तुमने अपने डिप्रेशन की बात कबूली... पहली बार ये एहसास हुआ कि तुम भी हमारी तरह एक आम लड़की हो... जिसे हर छोटी बात से फर्क पड़ता है...
लेकिन तुम्हारा सबसे अलग रूप देखा तुम्हारे पैरेंट्स के साथ... तुम भी हमारी तरह अपने पैरेंट्स के लिए सिर्फ उनकी बेटी हो... जिसे घर जाने पर जल्दी उठना पड़ता है और मां का हाथ बंटाना होता है...
दीपिका मैं तुम्हें इसलिए पसंद नहीं करती... क्योंकि तुम एक सुपरस्टार हो। तुम एक सुपरस्टार होते भी एक आम लड़की हो... जिसकी जिंदगी में हमारी तरह ही खुशी और गम है। लेकिन हर मुश्किल को पीछे
छोड़ तुम्हें आगे बढ़ती हो हमेशा... इसलिए तुम मेरी फेवरेट हो...
(थैंक्यू सो मच हमेशा मेरे साथ रहने के लिए)
लव यू ढेर सारा...हमेशा ऐसी ही रहना...
तुम्हारी फैन... "एक आम लड़की, जिसकी जिंदगी को तुमने खास बनाया।